by admin on | 2025-03-16 11:19:43
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भाजपा ने करीब दो महीने की मशक्कत के बाद रविवार को 72 जिलाध्यक्षों की सूची जारी कर दी। इसमें पार्टी ने जातीय समीकरण के साथ विपक्ष के पीडीए फार्मूले के मात देने की कोशिश की है। इतना ही नहीं महिलाओं की भागीदारी का भी ख्याल रखा।
बुलंदशहर विकास चौहान, कानपुर ग्रामीण उपेंद्र नाथ पासवान, कानपुर देहात रेणुका सचान, कानपुर महानगर दक्षिण शिवराम सिंह चौहान, कानपुर महानगर उत्तर अनिल दीक्षित, सोनभद्र नंदलाल गुप्ता, प्रयागराज महानगर संजय गुप्ता, प्रयागराज यमुनापार राजेश शुक्ल, प्रयागराज गंगापार निर्मला पासवान, गाजीपुर ओम प्रकाश राय, सुल्तानपुर सुशील त्रिपाठी, मछलीशहर डॉ. अजय कुमार सिंह, भदोही दीपक मिश्र, प्रतापगढ़ आशीष श्रीवास्तव, वाराणसी महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि, कासगंज नीरज शर्मा, गोरखपुर जनार्दन तिवारी, औरैया सर्वेश कठेरिया, सुल्तानपुर सुशील त्रिपाठी, हरदोई अजीत सिंह बब्बन, उन्नाव अनुराग अवस्थी, अमेठी सुधांशु शुक्ल, फर्रुखाबाद फतेहचंद्र वर्मा, बहराइच ब्रजेश पांडेय (दूसरी बार), रामपुर हरीश गंगवार, ललितपुर हरिश्चंद्र रावत, इटावा अन्नू गुप्ता, मथुरा महानगर अध्यक्ष राजू यादव, मथुरा निर्भय पांडेय, इटावा अरुण कुमार गुप्ता, मैनपुरी ममता राजपूत, लखनऊ आनंद द्विवेदी, बलरामपुर रवि मिश्र, उन्नाव अनुराग अवस्थी, फिरोजाबाद महानगर अध्यक्ष सतीश दिवाकर, गौतमबुद्ध नगर अभिषेक शर्मा, नोएडा महेश चौहान, लालगंज विनोद राजभर, आजमगढ़ ध्रुव सिंह, गोरखपुर महानगर अध्यक्ष देवेश श्रीवास्तव, गोरखपुर जनार्दन तिवारी, रायबरेली बुद्धि लाल, लखनऊ विजय मौर्य, गाजियाबाद महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल, कासगंज नीरज शर्मा, मुरादाबाद महानगर अध्यक्ष गिरीश भंडुला, मुरादाबाद आकाश पाल (दोबारा चुने गए), आगरा जिला प्रशांत पोनिया, आगरा महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता, अमेठी सुधांशु शुक्ल, ललितपुर हरिश्चंद्र रावत, श्रावस्ती मिश्रीलाल वर्मा, बहराइच बृजेश पांडेय (दोबारा) जिलाध्यक्ष बनाये गये।
आपको बता दें कि बीजेपी संगठन की चुनाव प्रक्रिया पिछले साल शुरू हुई थी। उस समय मंडल अध्यक्षों का चुनाव दिसंबर और जिलाध्यक्षों का चुनाव जनवरी के अंत तक कराने की समय सीमा तय की गई थी। लेकिन, मंडल अध्यक्षों का चुनाव ही जनवरी में संपन्न हो पाया। तमाम जिलों की सूची में शामिल नाम पर सवाल भी उठने लगे थे।
साथ ही सूची में बैक, दलित और महिलाओं की भागीदारी की कमी बताई गई थी। इस पर शीर्ष नेतृत्व ने आपत्ति जताई थी। ऐसे में प्रदेश स्तर पर संगठन मंत्री ने एक-एक सूची की गहनता से परीक्षण कर सभी विसंगितियों को दूर करके सूची तैयार कराई है। अब मार्च महीने की 16 तारीख को यह घोषणा हो पाई है।